ऐ दिल समझ, कृष्ण कुणाल की लिखी कविता
💖 ऐ दिल समझ 💘
(खुद को बीती यादों से निकालने के लिए समझाते हुए)
कृष्ण कुणाल की लिखी कविता-
💖 ऐ दिल समझ 💘
दिल कह रहा एक बार फिर से भींग लूँ।
अपने आँसुओं को गिरते बूंदों के साथ बहा दूँ।
बहा दूँ वो समंदर, जो मुझे उभरने नहीं दे रहा।
भुला दूँ वह बीता कल, जो आगे बढ़ने नहीं दे रहा॥
लेकिन ऐ दिल तू ये बता,
अगर मैं बीती यादों को भुला दूँ,
क्या तू मचलना छोड़ देगा ?
जब तुझे अहसास होता है,
कोई नहीं है तेरा अपना,
क्या इन्हें दोहराना छोड़ देगा ?
तेरे गम के खातिर नहीं
बस अपनी उमंग के खातिर
मुझे तू आज फिर भींगने दे।
जानता हूँ तकलिफ होती है तुझे
पर यही तो है तेरी मीठी यादें
इसलिए मेरे पास रहने दे।
तू गम ना कर किसी के खोने का।
बस यह सोंच कि कितना हसीन था वो पल।
तुझे खुद को समय के साथ ढलना सिखना है।
शायद आज से ज्यादा भयावह हो कल॥
-AnAlone Krishna.
25th June, 2018 A.D.
Well, there is raining this time.
When I started for wrote quotation on this picture, the is in front of you.
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